बैठे बैठे ही सहम जातेे हैं हम जब पुरानी यादें ताजा हो जाती है. बैठे बैठे ही सहम जातेे हैं हम जब पुरानी यादें ताजा हो जाती है.
हम लाल लहू से जाने जाते हैं पर्वत गिरते हम पार लगाते हैं। हम जीने की कोई खबर नहीं र हम लाल लहू से जाने जाते हैं पर्वत गिरते हम पार लगाते हैं। हम जीने की क...
कुछ अल्फ़ाज़ कह जाते हैं, कुछ अल्फ़ाज़ बह जाते हैं। कुछ अल्फ़ाज़ कह जाते हैं, कुछ अल्फ़ाज़ बह जाते हैं।
और जब हम थक जाते हैं दुहरा -दुहराकर , फिर उसे ही पचासों बार हमसे लिखवाते हैं। और जब हम थक जाते हैं दुहरा -दुहराकर , फिर उसे ही पचासों बार हमसे लिखवाते हैं।
बच्चे देर से घर लौटें तो पहरेदार बन जाते हैं ये बूढ़े एक उम्र के बाद जाने क्यों सठक जात बच्चे देर से घर लौटें तो पहरेदार बन जाते हैं ये बूढ़े एक उम्र के बाद जाने क्यो...
जब यह सारा ही ज़माना सो जाता है तब हम जागते हैं जब हमारा ये दिल तन्हा हो जाता है तब हम जब यह सारा ही ज़माना सो जाता है तब हम जागते हैं जब हमारा ये दिल तन्हा हो जाता...